आँखों का तरस मिटा दूँ
ऐसी क़िस्मत लेकर मैं आया नहीं
देखा कई बार लकीरों को क़रीब से
पर
कानों की बेचैनी
मुझसे देखी नहीं गई
मैंने तेरे 'हमनाम' से
आज दोस्ती कर ली.
posted on fb on 13.03.2013
ऐसी क़िस्मत लेकर मैं आया नहीं
देखा कई बार लकीरों को क़रीब से
पर
कानों की बेचैनी
मुझसे देखी नहीं गई
मैंने तेरे 'हमनाम' से
आज दोस्ती कर ली.
posted on fb on 13.03.2013
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