स्पर्श ...
Wednesday, December 19, 2012
पत्थर
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न पूछो मुझसे क्या कुछ नहीं किया उस पत्थर- दिल के लिये
इतना किसी पत्थर के लिये किया होता तो मन्दिर बन जाता
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2 comments:
Unknown
January 15, 2013 at 3:33 AM
bahut achhe bhav..!!
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Gazals of VIBHUTI KUMAR
January 15, 2013 at 6:28 AM
..
धन्यवाद अंजू जी ...
कम-से कम मेरे भाव आपतक तो पहुँचे ..
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bahut achhe bhav..!!
ReplyDelete..
ReplyDeleteधन्यवाद अंजू जी ...
कम-से कम मेरे भाव आपतक तो पहुँचे ..